कविता जिन सड़कों से गुजरता हूं – शंकरानंद की कविताएं शंकरानंद समकालीन हिन्दी कविता के सम्मानित और सुपरिचित रहवासी हैं। उनकी ये कविताएं समाज और राजनीति में इधर बहुप्रसारित ‘सूची’बद्ध प्रकाश के बीच अवस्थित नागरिक Read More » December 28, 2022
कविता कोंपलें नहीं फूट रहीं – डोगरी कवि ध्यान सिंह की कविताएं : अनुवाद एवं प्रस्तुति – कमल जीत चौधरी डोगरी के कवि ध्यान सिंह की पंक्ति कोंपलें नहीं फूट रहीं , महज कविता की नहीं, सामाजिक जीवन और उसकी दशा-दिशा की भी टीस बनकर Read More » December 20, 2022
कविता उम्र में तीस के बाद ज़िंदगी एक समतल मैदान बन जाती- शचीन्द्र आर्य की कविताएं गूगल इमेज से साभार उम्र में तीस के बाद वह एक अरसे से सोच रहा है, उम्र में तीस के बाद ज़िंदगी Read More » December 4, 2022