अमित श्रीवास्तव की कविता अच्छे नागरिक *** सुबह उठते हैं अख़बार पढ़ते हैं अफसोस जताते हैं शुक्र मनाते हैं ख़बर में खुद के न होने का एक रोटी कम Read More » December 24, 2019
सबको अपना अपना भारत खोजना पड़ता है : हिन्दनामा पर अभिनव निरंजन कविता-संग्रह: हिन्दनामा लेखक: कृष्ण कल्पित प्रकाशक: राजकमल, 2019 …………………………………. कुफ़्रो-इमां का फ़र्क मिटाने आया हूँ मैं जाम-बकफ़ तौबा करने आया हूँ । केवल दो पंक्तियों Read More » November 10, 2019
सुबोध शुक्ल का ‘अहैतुक’ गद्य हमारे अनूठे गद्यकार ने अपनी फेसबुक वॉल पर कुछ टुकड़े लिखे हैं, जिनके बारे में निराला के सहारे से कहूँ तो ये फूल नहीं, जीवन Read More » October 6, 2019