10वां विश्व हिंदी सम्मलेन(एक छात्र प्रतिभागी के नोट्स) – शिव त्रिपाठी 1०वाँ विश्व हिंदी सम्मलेन का आयोजन 10-12 सितम्बर 2015 को मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में संपन्न हुआ वैश्विक परिदृश्य पर हिंदी की Read More » September 27, 2015
अमित श्रीवास्तव की नई कविता अमित ने अपनी कविताओं में कई स्तरों पर प्रयोग किए हैं। उनमें कुंभ पर लिखी एक कविता मेरी याद में सबसे ऊपर है। ये प्रयोग, Read More » September 25, 2015
यह चमकीले शब्दों से भरे मनुष्यता के धूसर दिन थे – राकेश रोहित तीस छोटी कविताएँ 1. प्रेमियों का एकांत …और जबकि इतनी धूप खिली है प्यार कैसे तुमको छू रहा है क्या अब भी आकाश के किसी कोने में प्रेमियों का एकांत है? 2. नदी, पत्ती और प्रेम कई बार नदी पर तैरती पत्ती से भी हो Read More » September 12, 2015
आशीष बिहानी की कविताएं आशीष बिहानी की कविताएं अनुनाद पर कुछ दिन पहले ही लगनी थीं पर नेट की रफ़्तार ने साथ नहीं दिया। इस संभावनाशील युवा कवि का Read More » September 6, 2015