विमलेश त्रिपाठी की प्रेम कविताएँ सुपरिचित युवा कवि-कथाकार विमलेश इन दिनों प्रेम कविताओं के संग्रह की तैयारी में हैं। ये कविताएं उसी संग्रह की पांडुलिपि से। ये कविताएं बताती हैं Read More » March 15, 2014
गए अक्टूबर से अब तक की कविताएं : सब एक जगह इनमें से कुछ कविताएं छपी, कुछ अनछपी हैं। कई बार अपनी कविताएं खो चुका हूं सो साल में एक बार अनुनाद पर ‘सब एक जगह‘ Read More » March 9, 2014
माँ का अंतर्द्वन्द्व – महेश पुनेठा की लम्बी कविता मैं कविता में मनुष्यता के लम्बे आख्यानों का बहुत सम्मान करता हूं। साथी कवि महेश पुनेठा ने यह लम्बी कविता पढ़ने को भेजी तो उनसे Read More » March 2, 2014