एक जुलाई
पत्नी के जन्मदिन पर
किसी पके हुए फल सा
गिरा यह दिन
मेरे सबसे कठिन दिनों में
उस पेड को मेरा सलाम
जिस पर यह फला
सलाम उस मौसम को
उस रोशनी को
और उस नम सुखद अँधेरे को भी
जिसमे यह पका
अभी बाकी हैं इस पर
सबसे मुश्किल वक्तों के निशाँ
मेरी प्यारी !
कैसी कविता है यह जीवन
जिसे मेरे अलावा
बस तू समझती है
तेरे अलावा बस मैं !
शिरीष कुमार मौर्य
क्या बात है!
ReplyDeleteपत्नी को जनम दिन की शुभ कामनाएँ। उसका नाम तो छाप दिया होता भाई
ReplyDeletebade bhai uska naam SEEMA hai...
ReplyDeletebahut sunder guruwar
ReplyDeletechoo liya apne.
thank you vimal. Mujhe tumhare naam se hamesha 'vimal urf jaayein kahan' naam ki ek kitab yaad aati hai. mera salaam.
ReplyDeleteउफ़्फ़्फ़!
ReplyDeletehats off to you sir!!